हमें हमारा लड़का दे दो, बस इसके अलावा कुछ नहीं चाहिए... मेरे कलेजे के टुकड़ा न जाने कहां चला गया... चार दिन से न जाने कहां लापता हो गया... 10 मिनट में आने की बात कह गया था लेकिन अब तक नहीं लौटा, पुलिस भी कुछ बता नहीं पा रही है...
ये बोल उस मां के हैं, जिसका 12 साल का बेटा कहीं लापता हो गया है। बेटे की याद में मां बिलख-बिलख कर रो रही है, लेकिन उसका अब तक कहीं पता नहीं चल पाया है। बेटे के इंतज़ार में कभी-कभी बेसुध भी हो जा रही है।
घटना वाराणसी के रामनगर थाना अंतर्गत सुजाबाद क्षेत्र की है। यहां सुजाबाद में रहने वाले दयानंद तिवारी का 12 साल का बेटा ऋषभ तिवारी उर्फ़ अनंत पिछले 4 दिन से लापता है। पुलिस में उसकी शिकायत दर्ज कराई गई है। आसपास के लोगों, लड़के के दोस्त के परिजनों से जानकारी जुटाई गई है, लेकिन फ़िलहाल कोई कुछ भी बताने में असमर्थ है। बेटे की तलाश में माता-पिता पुलिस से गुहार लगा रहे हैं, जबकि पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। ऋषभ तिवारी बीते 30 जनवरी को स्कूल से लौटने के बाद घर से बाहर गया और फिर लौटा ही नहीं।
मां आरती तिवारी ने बताया कि ऋषभ सुबह 9 बजे स्कूल गया था। वह मढिया स्थित एक स्कूल में कक्षा-6 का छात्र है। वह 11 बजे घर लौटा और बताया कि स्कूल में आज हाफ डे था, इसलिए जल्दी आ गया। उसने बैग, जूते और स्वेटर उतारकर रख दिए और चप्पल पहनकर बाहर जाने लगा। जब मां ने पूछा तो उसने जवाब दिया, "बस मां, 10 मिनट में आता हूं।" लेकिन इसके बाद वह कभी लौटकर नहीं आया।
आसपास के लोगों से भी की पूछताछ, नहीं लगा कोई सुराग
जब ऋषभ दोपहर 12 बजे तक घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की। रिश्तेदारों और आसपास के लोगों से पूछताछ की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। थक हारकर उन्होंने रामनगर थाने में बेटे के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। लापता बालक के परिजन लगातार बेटे की सलामती के लिए पुलिस से गुहार लगा रहे हैं। उनका कहना है कि उनका किसी से कोई विवाद नहीं है, वह बस अपने बेटे को वापस लाना चाहती हैं।
दोस्त के घर पर भी पुलिस पहुंची लेकिन नहीं पता चला लोकेशन
परिवार ने आसपास के लोगों से जानकारी जुटानी शुरू की, तो पता चला कि ऋषभ अपने दोस्त ओम यादव के घर गया था। जब पुलिस ने उसके दोस्त ओम यादव से पूछताछ की, तो उसने बताया कि ऋषभ कॉपी लेने आया था। हालांकि, ऋषभ के बैग में वह कॉपी नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने ओम यादव और उसके परिवार से पूछताछ की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
सीसीटीवी में घर आते दिखा
पुलिस को जो सीसीटीवी फुटेज मिले, उनमें ऋषभ सुबह स्कूल जाने और घर लौटने के दौरान दिखाई दिया। पुलिस के अनुसार, वह स्कूल से लौटने के कुछ देर बाद चार अन्य लड़कों के साथ देखा गया था। दोस्त ओम यादव ने बताया कि ऋषभ को भूख लगी थी, इसलिए उन्होंने साथ में पूड़ी-कचौड़ी खाई। इसके बाद ऋषभ घर लौट गया था।
पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल
परिजन लगातार पुलिस से बेटे को ढूंढने की अपील कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। घटना के चार दिन बाद भी पुलिस मासूम का पता नहीं लगा सकी है।
हमें हमारा लड़का चाहिए, बस और कुछ नहीं
मां आरती तिवारी अपने बेटे के लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। वह बार-बार यही कह रही हैं, "हमें हमारा लड़का चाहिए, बस और कुछ नहीं।" पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही ऋषभ को ढूंढ लिया जाएगा। परिजन उम्मीद कर रहे हैं कि उनका बेटा सुरक्षित लौट आए।