वाराणसी में सामूहिक हत्याकांड के आरोपी विक्की की तलाश में जुटी एसटीएफ, पुलिस ने रखा है एक लाख का ईनाम, पूरे परिवार को उतारा था मौत के घाट

वाराणसी। भेलूपुर थाना क्षेत्र के भदैनी में 5 नवंबर 2024 को हुए सामूहिक हत्याकांड के तीन महीने बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। आरोपी पांच लोगों की हत्या करने के बाद कहां गायब हो गया, पुलिस की कई टीमें बंगाल से तमिलनाडु तक गईं, लेकिन अब तक उसका पता नहीं लग सका है। अब इस हत्याकांड के खुलासे के लिए STF की टीमें लगाई गई हैं। 


सामूहिक हत्याकांड का मुख्य आरोपी विक्की बीते तीन माह से पुलिस के साथ आंख-मिचौली खेल रहा है। पुलिस ने उस पर एक लाख रुपए का ईनाम भी घोषित किया है। अब इस प्रकरण में एसटीएफ की एंट्री के बाद उसके पकड़े जाने की संभावना जगी है। कोर्ट की ओर से कुर्की की नोटिस की कार्यवाही के बाद भगोड़ा घोषित कर उस पर एक लाख का इनाम भी रखा जा चुका है। इनाम के बाद एसटीएफ को भी पुलिस की मदद के लिए लगाया गया है।

 


20 से अधिक लोगों से पुछ्ताछ, लेकिन पुलिस के हाथ खाली


पिछले तीन महीनों में पुलिस की 10 टीमों ने उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य 5 राज्यों में विक्की की खोजबीन की, लेकिन अब तक कोई पुख्ता जानकारी हाथ नहीं लगी। पुलिस ने इस मामले में विक्की के बहनोई, दादी और भाई समेत 20 से अधिक लोगों से पूछताछ की है, लेकिन किसी से भी विक्की के ठिकाने का पता नहीं चल सका। 


विक्की के बहनोई, दादी और भाई से पूछताछ हो चुकी है, लेकिन कोई अहम जानकारी हाथ नहीं लगी। दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई समेत कई शहरों में तलाश के बाद टीमें वापस लौट चुकी हैं। इसके अलावा तमिलनाडु में विक्की के चार दोस्तों और एक गर्लफ्रेंड से भी पूछताछ हुई है। ये सभी विक्की के करीबी माने जाते हैं। विक्की का फोन 23-24 अक्टूबर की रात से स्विच ऑफ है। पुलिस को शक है कि वह बार-बार नया नंबर लेकर अलग-अलग शहरों से संपर्क करता था।


क्या था मामला?


5 नवंबर 2024 को राजेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी नीतू, बेटे नवनेंद्र और सुबेंद्र, और बेटी गौरांगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। राजेंद्र का शव रोहनिया के मीरापुर रामपुर गांव में उनके निर्माणाधीन मकान से मिला। बाकी परिवार के शव भदैनी स्थित पांच मंजिला मकान में पाए गए। पुलिस के अनुसार हत्या में .32 बोर की पिस्टल और दो मैगजीन का इस्तेमाल किया गया।


हत्या के पीछे विवाद?


पुलिस पुराने पारिवारिक विवादों और घटनाओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है। मृतक राजेंद्र गुप्ता पहले अपने पिता, छोटे भाई और एक चौकीदार की हत्या के आरोप में जेल जा चुके थे।

 


बुरका पहनकर बनारस से भाग गया आरोपी?


भेलूपुर इंस्पेक्टर विजय नारायण मिश्रा ने बताया कि एक लाख के इनामी की गिरफ्तारी को कमिश्नरेट पुलिस, एसओजी और एसटीएफ की टीमें लगी हैं। पुलिस के अनुसार आरोपी विक्की शातिर है। घटना के लिए उसने पहले से साजिश रची थी, साथ ही पुलिस के हाथ न लगे, इसके लिए हर तरकीब अपनाई। घटना की रात वह पहले रोहनिया के मीरापुर रामपुर स्थित निर्माणाधीन मकान पर पहुंच गया था। जब राजेंद्र गुप्ता सो गया, तब उसने हत्या की। इसके बाद ऑटो से वह रवींद्रपुरी पहुंचा।

 

भदैनी स्थित मकान में उसने राजेंद्र की पत्नी, तीनों बच्चों की हत्या की। फिर बुरका पहनकर वह रवींद्रपुरी से ऑटो पकड़ा, इंग्लिशिया लाइन पहुंचा था। फिर किस ट्रेन से कहां गया, यह पता नहीं चल पाया। विक्की की तलाश में अब भी तीन टीमें महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली में टिकी हैं। पुलिस उसका टोहे ले रही है, वह जहां-जहां रहा, उसके संपर्क में आए लोगों से जानकारी ली जा रही है।

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