चंदौली। पीडीडीयू नगर स्थित एक लॉन में बुधवार को स्वर्णकार समाज संघ द्वारा संत नरहरि दास की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर समाज के सभी सदस्यों ने संत के आदर्शों और शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संत नरहरि दास के चित्र पर माल्यार्पण और श्रद्धांजलि अर्पित कर किया गया। इसके बाद समाज के सभी सदस्यों ने उन्हें नमन किया। इस दौरान संगठन को मजबूत बनाने और समाज की एकता पर भी चर्चा हुई।
मुख्य वक्ता और संगठन के संयोजक डॉ. विनय कुमार वर्मा ने कहा, "संत नरहरि दास सादगी और तपस्या की प्रतिमूर्ति थे। उनकी कर्मठता और भक्ति से प्रभावित होकर तुलसीदास ने उन्हें अपना गुरु माना। हमें भी उनके जीवन मूल्यों को अपनाने की जरूरत है।"
स्वर्णकार समाज संघ के जिला संयोजक त्रिभुवन वर्मा उर्फ मोनू ने कहा, "संत नरहरि दास के जीवन सिद्धांत हमें सच्ची राह दिखाते हैं। हमें उनके आदर्शों को अपने दैनिक जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए।"
इस कार्यक्रम में रमाशंकर सेठ, कतवारू वर्मा, मुरलीधर वर्मा, विकास वर्मा, दीपक वर्मा, राजू वर्मा, सुरेश, सुरेन्द्र समेत समाज के कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में स्वर्णकार समाज संघ के जिला अध्यक्ष डॉ. ओमप्रकाश वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने सभी उपस्थित सदस्यों से अपील की कि वे संत नरहरि दास के उपदेशों को आत्मसात कर समाज को एक नई दिशा देने में योगदान दें।