लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी (सपा) के दफ्तर के बाहर चुनाव आयोग के खिलाफ एक विवादित पोस्टर लगाया गया है। इस पोस्टर में चुनाव आयोग पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए उसे "कफन ओढ़ने" की नसीहत दी गई है। इस पोस्टर के सामने आने के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
पोस्टर में चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
यह पोस्टर लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग स्थित सपा दफ्तर के बाहर लगाया गया है, जिसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की संसद भवन में खींची गई एक तस्वीर है। इस तस्वीर में अखिलेश यादव अपने सांसदों के साथ सफेद चादर लिए खड़े नजर आ रहे हैं, जिस पर चुनाव आयोग का नाम लिखा हुआ है। पोस्टर पर लिखा गया है, "भाजपा को संरक्षण देने वाला चुनाव आयोग ये 'कफन' ओढ़ ले।" इसके अलावा, इस पर जिलेवार कार्यक्रम चलाने और चुनाव आयोग को "कफन" भेंट करने की बात भी लिखी गई है।
अखिलेश यादव का चुनाव आयोग पर हमला
इस पोस्टर को समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश सचिव अब्दुल अजीम मंसूरी ने लगवाया है। इससे पहले, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए थे। उन्होंने मिल्कीपुर उपचुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा था कि "यह भाजपा का चुनाव लड़ने का तरीका है। चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं रहा, वह मर चुका है। हमें उसे सफेद कपड़ा भेंट करना पड़ेगा।"
अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को सोशल मीडिया पर भी उठाया। उन्होंने लिखा, "जिन संवैधानिक संस्थाओं से देश के लोकतंत्र को आशा थी, अगर वे ही निराशा को जन्म देंगी, तो हम उनसे श्वेतपत्र नहीं मांगेंगे, बल्कि उन्हें श्वेत वस्त्र भेंट करेंगे।"
सपा सांसदों का समर्थन, बीजेपी पर आरोप
सपा के नगीना सांसद ने भी अखिलेश यादव के बयान का समर्थन किया और कहा कि मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा ने लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश की। उन्होंने आरोप लगाया कि वोटरों को डराने और धमकाने का प्रयास किया गया, लेकिन इसके बावजूद सपा जनता का समर्थन हासिल करेगी और भाजपा को सबक सिखाएगी।
चुनाव आयोग को लेकर इस तरह के विवादित पोस्टर सामने आने के बाद यूपी की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। अब देखना होगा कि चुनाव आयोग और भाजपा इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।