बलिया। बांसडीह से भाजपा विधायक केतकी सिंह के हालिया बयान ने जिले की राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मेडिकल कॉलेज में मुसलमानों के लिए एक अलग विंग और इमारत बनाई जाए।
विधायक ने कहा कि हिंदू त्योहारों—होली, रामनवमी और दुर्गा पूजा—से मुसलमानों को दिक्कत होती है, तो संभव है कि वे हिंदुओं के साथ इलाज कराने में भी असहज महसूस करें। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि मेडिकल कॉलेज के निर्माण में भारी बजट खर्च हो ही रहा है, तो मुस्लिम मरीजों के लिए अलग से व्यवस्था कर दी जाए।
उन्होंने कहा कि मुस्लिमों के लिए अलग कमरा बना देने से हिन्दुओं को भी सुरक्षा महसूस होगी, ‘पता नहीं कौन हमारे खाने में क्या थूक दे, इससे हमलोग बच जाएंगे’।
विधायक के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हंगामा मच गया। विपक्षी दलों ने इसे समाज को बांटने वाला और भड़काऊ करार दिया। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह संविधान और भाईचारे की मूल भावना के खिलाफ है।
सपा प्रवक्ता ने कहा, "स्वास्थ्य सुविधाएं सबके लिए होती हैं, धर्म के आधार पर भेदभाव करने की बात करना असंवैधानिक है।" वहीं, कांग्रेस नेता ने कहा कि "यह बयान समाज को विभाजित करने का प्रयास है, जो कि निंदनीय है।"
भाजपा में भी मतभेद
हालांकि, भाजपा की ओर से इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी के अंदर भी इस मुद्दे को लेकर अलग-अलग राय देखी जा रही है।
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
विधायक के बयान को लेकर सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई है। कुछ लोग उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं, तो कई लोग इसे भड़काऊ और अनुचित बता रहे हैं।