इंतेज़ार की घड़ियां खत्म, यूपी में भाजपा के जिला और महानगर अध्यक्षों की घोषणा: कई जिलों में अटक गई लिस्ट, समीकरणों का रखा गया पूरा ध्यान

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लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लंबे इंतजार के बाद यूपी में जिला और महानगर अध्यक्षों की घोषणा कर दी है। इस बार पार्टी ने नई प्रक्रिया अपनाते हुए लखनऊ से एक साथ सूची जारी करने के बजाय, जिलों में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर नामों की घोषणा की। पार्टी सूत्रों के अनुसार, कुल 98 में से 86 जिलों और महानगरों के अध्यक्षों के नामों का ऐलान किया गया है, जबकि कुछ नामों को विभिन्न कारणों से फिलहाल होल्ड पर रखा गया है। जल्द ही शेष नामों की भी घोषणा की जाएगी।  


 इन जिलों को मिले नए अध्यक्ष  


भाजपा ने संगठन को मजबूत करने के लिए कई जिलों और महानगरों में नए अध्यक्ष नियुक्त किए हैं। इनमें आगरा महानगर अध्यक्ष के रूप में राजकुमार गुप्ता, लखनऊ महानगर अध्यक्ष के रूप में आनंद द्विवेदी, लखनऊ जिला अध्यक्ष के रूप में विजय मौर्या, रायबरेली में बुद्धिलाल, मेरठ में विवेक रस्तोगी, लालगंज में विनोद राजभर को जिम्मेदारी सौंपी गई है।  


इसके अलावा, बहराइच से सर्वेश कठेरिया, कन्नौज से वीर सिंह भदौरिया, फिरोजाबाद से सतीश दीवाकर, हरदोई से अजीत सिंह बबन, उन्नाव से अनुराग अवस्थी, कासगंज से नीरज शर्मा को जिला अध्यक्ष बनाया गया है।  


भाजपा ने बुलंदशहर जिले में एक बार फिर विकास चौहान को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है। घोषणा के तुरंत बाद समर्थकों में उत्साह देखने को मिला और कार्यकर्ताओं ने फूल-मालाओं के साथ उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान जिला चुनाव अधिकारी महेश चंद्र गुप्ता, राज्यसभा सांसद विजयपाल तोमर और भाजपा प्रदेश मंत्री बसंत त्यागी सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।  


अमेठी में सुधांशु शुक्ला को जिला अध्यक्ष बनाया गया है, जो केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के करीबी माने जाते हैं। वहीं, इटावा से अनूप गुप्ता, झांसी महानगर से प्रदीप पटेल और मथुरा से राजू यादव को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। 

 


12 से अधिक नाम हो सकते हैं होल्ड  

 

सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने 12 से अधिक जिलों में अध्यक्षों के नाम फिलहाल रोक दिए हैं। इन पर मंथन जारी है और जल्द ही अंतिम सूची जारी की जाएगी। पहले चरण में 70 से 73 जिलों के अध्यक्षों की घोषणा की जा सकती है।  


गोरखपुर में भी जल्द होगा फैसला  


गोरखपुर में महानगर और जिला अध्यक्ष के लिए कई उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। महानगर अध्यक्ष पद के लिए 33 और जिला अध्यक्ष के लिए 30 आवेदन आए थे। अंतिम दौर में भी कई उम्मीदवारों ने दिल्ली और लखनऊ का रुख किया था ताकि अपनी दावेदारी मजबूत कर सकें। पार्टी ने इस पर गहन मंथन किया है और जल्द ही नामों की घोषणा कर दी जाएगी।  


बदली प्रक्रिया, दावेदारों में बढ़ी हलचल  


भाजपा ने इस बार अध्यक्षों की घोषणा की प्रक्रिया को बदल दिया है। पहले यह सूची लखनऊ से जारी होती थी, लेकिन इस बार जिला मुख्यालयों पर सार्वजनिक रूप से नामों का ऐलान किया गया है। इससे जहां समर्थकों में उत्साह देखने को मिला, वहीं उन उम्मीदवारों में असंतोष भी देखा गया जिनका नाम सूची में नहीं आया। आशंका जताई जा रही है कि कुछ स्थानों पर इस फैसले का विरोध भी हो सकता है।  


बड़ी संख्या में दावेदार, कड़ी प्रतिस्पर्धा  


इस बार भाजपा के जिला और महानगर अध्यक्ष बनने के लिए जबरदस्त प्रतिस्पर्धा रही। आगरा जिले में जिलाध्यक्ष पद के लिए 45 और महानगर अध्यक्ष पद के लिए 38 कार्यकर्ताओं ने नामांकन किया था। इसी तरह, कई जिलों में भी बड़ी संख्या में दावेदार मैदान में थे। उम्मीदवारों ने सांसदों, विधायकों और संगठन के शीर्ष नेताओं से संपर्क साधकर समर्थन जुटाने की पूरी कोशिश की। कई नेताओं ने जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए अपनी रणनीति तैयार की थी। 

 


चयन प्रक्रिया में रखा गया गोपनीयता का ध्यान  


भाजपा संगठन ने इस बार अध्यक्षों के चयन में गोपनीयता बनाए रखी। पार्टी ने यह सुनिश्चित किया कि अंतिम सूची जारी होने से पहले किसी भी नाम का लीक न हो। इस दौरान कई स्तरों पर उम्मीदवारों का मूल्यांकन किया गया और **विधायकों, सांसदों और आरएसएस के संपर्क सूत्रों से फीडबैक लिया गया।  


पार्टी संगठन को मजबूत करने की दिशा में कदम  


भाजपा ने इस बड़े बदलाव के जरिए संगठन को और अधिक मजबूती देने की रणनीति बनाई है। पार्टी के मुताबिक, जिला और महानगर अध्यक्ष संगठन की रीढ़ होते हैं और आने वाले चुनावों को देखते हुए सही उम्मीदवारों का चयन किया गया है। प्रदेश सरकार के कई मंत्री और भाजपा पदाधिकारी पर्यवेक्षक के रूप में विभिन्न जिलों में भेजे गए थे। ताकि चयन प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा किया जा सके।  


दिल्ली और लखनऊ की दौड़, नामांकन की लंबी प्रक्रिया  


इस बार अध्यक्ष पद के दावेदारों ने अपने नाम को अंतिम सूची में शामिल कराने के लिए दिल्ली और लखनऊ के कई चक्कर लगाए। जनवरी में शुरू हुई नामांकन प्रक्रिया के दौरान आगरा से कुल 83 कार्यकर्ताओं ने दावेदारी पेश की थी। इनमें से कई उम्मीदवारों ने भाजपा नेताओं से लेकर संघ के पदाधिकारियों तक से संपर्क साधने का प्रयास किया।  


आखिरकार इंतजार खत्म, नामों से हटा पर्दा  


लगभग दो महीने की जद्दोजहद के बाद भाजपा नेतृत्व ने रविवार को नए जिला और महानगर अध्यक्षों के नामों का ऐलान कर दिया। इस बार पार्टी ने प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर बैठक आयोजित कर नामों की घोषणा की। ब्रज क्षेत्र कार्यालय पर भी दोपहर 1:30 बजे बैठक हुई, जहां कई नामों पर मुहर लगाई गई।  


आगे क्या?  


भाजपा ने जिन जिलों में अभी तक घोषणा नहीं की है, वहां जल्द ही नामों का ऐलान किया जाएगा। पार्टी नेतृत्व यह सुनिश्चित कर रहा है कि संगठन में संतुलन बना रहे और सभी क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखकर ही अंतिम फैसले लिए जाएं।

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