Breaking: छत्तीसगढ़ में बड़ा रेल हादसा, बिलासपुर के लाल खदान में कोरबा पैसेंजर और मालगाड़ी में टक्कर, 10 की मौत, कई घायल

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छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मंगलवार की सुबह एक भयावह रेल दुर्घटना ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। बिलासपुरकटनी रेलखंड के लाल खदान स्टेशन के पास कोरबा पैसेंजर ट्रेन और एक मालगाड़ी के बीच जबरदस्त टक्कर हो गई। इस हादसे में अब तक 10 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है, जबकि कई यात्री गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं।

टक्कर इतनी भीषण थी कि कोरबा पैसेंजर ट्रेन का इंजन और आगे की बोगियां पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं। हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। यात्रियों की चीख-पुकार और मलबे में फंसे लोगों को निकालने की जद्दोजहद के बीच राहत एवं बचाव कार्य तेज़ी से चलाया गया। रेलवे और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचकर घायलों को बाहर निकालने में जुट गईं। रेस्क्यू दल ने अब तक कई यात्रियों को सुरक्षित निकाला है, जिनमें एक मासूम बच्चा भी शामिल है।

 

हादसे की जानकारी मिलते ही बिलासपुर के कलेक्टर और एसपी रजनेश सिंह मौके पर पहुंचे और राहत कार्यों की निगरानी शुरू की। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। फिलहाल ट्रैक पर मलबा और क्षतिग्रस्त डिब्बे पड़े होने के कारण रेल यातायात पूरी तरह ठप कर दिया गया है।

रेलवे प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से मेडिकल यूनिट, इंजीनियरिंग और तकनीकी टीमों को घटनास्थल पर भेजा है। बताया जा रहा है कि टक्कर के बाद ओवरहेड वायरिंग और सिग्नलिंग सिस्टम को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिसकी मरम्मत में समय लग सकता है। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने वैकल्पिक परिवहन व्यवस्था की शुरुआत कर दी है, वहीं कुछ एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया है या फिर रूट डायवर्ट कर दिया गया है।

 

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हादसे के दौरान महिला आरक्षित बोगी सबसे अधिक प्रभावित हुई। कई महिलाओं को घायल अवस्था में बाहर निकाला गया। कुछ बोगियों के दरवाज़े जाम होने के कारण यात्रियों को खिड़कियों और सीढ़ियों की मदद से नीचे उतारा गया। राहत कार्य में एनडीआरएफ, रेलवे पुलिस, फायर ब्रिगेड और स्थानीय स्वयंसेवक भी लगे हुए हैं।

फिलहाल हादसे के कारणों का पता नहीं चल पाया है। रेलवे के अधिकारियों ने इसकी उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक, सिग्नलिंग सिस्टम की गड़बड़ी या फिर मानवीय त्रुटि इस दुर्घटना का कारण हो सकती है। तकनीकी विशेषज्ञों की टीम सिग्नल और ट्रैक की स्थिति का बारीकी से निरीक्षण कर रही है।

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