Weather Update: मोंथा का असर खत्म, अब बढ़ेगी ठंड: दिल्ली-NCR में प्रदूषण बढ़ा, AQI 420 पार, हिमाचल में बर्फबारी के आसार, कई राज्यों में सताएगी सर्दी

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नई दिल्ली। अरब सागर से उठा मोन्था तूफान अब लगभग निष्क्रिय हो गया है। इसके असर वाले राज्यों  गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में अब बारिश थम चुकी है। हालांकि उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक हल्की बारिश की संभावना है। साथ ही, 3 से 4 डिग्री तापमान की गिरावट से उत्तरी भारत में ठंड का प्रकोप बढ़ेगा।

 

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि तीन नवंबर की रात से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा, जिसके प्रभाव से हिमाचल प्रदेश में 4 और 5 नवंबर को बर्फबारी के आसार हैं। राज्य के ऊपरी इलाकों में तापमान पहले ही माइनस में पहुंच चुका है कुकुमसेरी में -1.2°C और ताबो में -0.8°C दर्ज किया गया है। इस बीच, श्रीनगर में भी पारा तेजी से गिरा है, जिससे झीलों का पानी ठंडा होने लगा है। इसी के साथ डल झील पर विदेशी प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू हो गया है, जो हर साल ठंड बढ़ने का संकेत देता है।

 

 

इधर, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 420 तक दर्ज किया गया, जो खतरनाक स्तर माना जाता है। AIIMS, लाजपत नगर और बारापुला फ्लाईओवर के आसपास घना स्मॉग छाया रहा। शाम के समय दृश्यता घटने से वाहन चालकों को दिक्कतें हुईं। कई लोग अब सड़कों पर मास्क पहनकर निकल रहे हैं।

 

दिल्ली सरकार ने प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सीएक्यूएम (Commission for Air Quality Management) के दिशा-निर्देशों को लागू करते हुए पुराने डीजल वाहनों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। शनिवार से बीएस-3 और उससे पुराने ट्रांसपोर्ट व कमर्शियल वाहन जैसे ट्रक, टेम्पो और लोडर को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। अब राजधानी में केवल बीएस-4, बीएस-6, सीएनजी, एलएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों को ही माल ढुलाई की अनुमति होगी।

 

प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह कदम ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तहत उठाया गया है, ताकि हवा की गुणवत्ता में सुधार लाया जा सके। हालांकि, विशेषज्ञों के मुताबिक दिल्ली की भौगोलिक स्थिति, धूल, और पराली जलाने की घटनाएं मिलकर वायु प्रदूषण को और जटिल बना रही हैं।

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ती धुंध के बीच, तापमान में गिरावट और ठंडी हवाओं का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तीन-चार दिनों में न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।

 

उत्तर भारत में जहां एक ओर ठंड और प्रदूषण की दोहरी मार शुरू हो चुकी है, वहीं पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी और बारिश से पर्यटन स्थलों की रौनक लौटने की उम्मीद जताई जा रही है। शिमला, मनाली, और डलहौजी जैसे स्थलों पर होटल बुकिंग में भी अचानक बढ़ोतरी देखी जा रही है।

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