वाराणसी। गंगा तट पर पर्यटन को नई उड़ान देने की तैयारी पूरी हो चुकी है। काशी को जल्द ही सातवां लग्जरी क्रूज मिलने वाला है, जिसका नाम गंगोत्री क्रूज रखा गया है। खास बात यह है कि इस क्रूज में यात्री न सिर्फ गंगा आरती और घाटों की रौनक देख पाएंगे, बल्कि मां गंगा की गोद में रातभर रुकने का अनूठा अनुभव भी करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों इसका उद्घाटन प्रस्तावित है।
देव दीपावली पर खास आकर्षण
मान्यता है कि देव दीपावली पर देवता स्वयं गंगा तट पर उतरते हैं और काशी के घाटों पर दीपावली मनाते हैं। इस अवसर पर देश-दुनिया से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक बनारस आते हैं। इस बार की देव दीपावली पर पर्यटकों को गंगोत्री क्रूज पर बैठकर गंगा के बीच से जगमगाते घाटों का नजारा देखने और नाइट स्टे का अवसर मिलेगा।

पांच सितारा होटल जैसी सुविधाएं
क्रूज संचालक जयंत मालवीय ने बताया कि गंगोत्री क्रूज को पांच सितारा होटल की तर्ज पर तैयार किया गया है। 52 मीटर लंबे और 12 मीटर चौड़े इस क्रूज में 24 शानदार कमरे बनाए गए हैं। प्रत्येक कमरे में एसी, बड़ी खिड़कियां और आधुनिक सुविधाएं हैं, ताकि यात्री गंगा की लहरों और घाटों की सुंदरता का सीधा आनंद ले सकें। इसमें एक समय में 200 लोग यात्रा कर सकते हैं।
30 हजार में 24 घंटे का अनुभव
क्रूज की बुकिंग शुरू हो चुकी है। अलकनंदा क्रूज की वेबसाइट (www.alaknandacruise.com) पर यात्री अपनी बुकिंग कर सकते हैं। इंट्रो ऑफर के तहत फिलहाल एक यात्री के लिए 24 घंटे का किराया लगभग 30 हजार रुपये रखा गया है। इसमें योगा, ब्रेकफास्ट, शहर भ्रमण, गंगा आरती दर्शन, म्यूजिकल सेशन और डिनर जैसी सभी सुविधाएं शामिल हैं।

सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम
क्रूज पर सवार यात्रियों के दिन की शुरुआत योग से होगी, फिर उन्हें बनारस के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों की सैर कराई जाएगी। शाम को अस्सी घाट या दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती का अलौकिक दृश्य दिखाया जाएगा। रात में म्यूजिकल सेशन और बनारसी खानपान के साथ यात्रा और भी यादगार बनेगी।
सुरक्षा और आधुनिक व्यवस्थाएं
गंगोत्री क्रूज में सीसीटीवी कैमरे, रेस्टोरेंट, जिम, स्पा और प्रत्येक मंजिल तक जाने के लिए सीढ़ियों के साथ लिफ्ट की भी सुविधा दी गई है। इसकी रफ्तार 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटा होगी और यह 1.45 मीटर गहराई तक नदी में चल सकता है। अभी यह क्रूज रविदास घाट से चलकर कैथी और चुनार तक ले जाया जाएगा। भविष्य में इसे प्रयागराज तक विस्तार देने की योजना है।

आने वाले फेज में नए टूर
संचालक ने बताया कि अगले चरण में इस क्रूज से यात्रियों को विंध्याचल, मिर्जापुर और मारकंडेय महादेव जैसे धार्मिक स्थलों की सैर कराने की योजना है। इसके लिए 24 घंटे से अधिक समय का पैकेज भी तैयार किया जाएगा।
सात क्रूज वाला बनारस
गंगोत्री क्रूज के जुड़ने के साथ ही बनारस अब सात क्रूज वाला शहर बन जाएगा। इससे पहले यहां अलकनंदा, गंगा विलास, बंगाल गंगा, स्वामी विवेकानंद, रो-रो और मेड इन बनारस काशी विश्वनाथ क्रूज संचालित हो रहे हैं। इनमें से गंगा विलास और बंगाल गंगा तो पर्यटकों को कोलकाता तक का लंबा सफर कराते हैं।
गंगोत्री क्रूज की शुरुआत से वाराणसी न सिर्फ पर्यटन का अंतरराष्ट्रीय केंद्र बनेगा, बल्कि यहां आने वाले यात्रियों को गंगा के बीच रहकर जीवन भर का अविस्मरणीय अनुभव भी मिलेगा। यह पहल पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था दोनों के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है।