लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राजधानी लखनऊ में एक प्रतिष्ठित मीडिया समूह द्वारा आयोजित ‘विकसित उत्तर प्रदेश विजन @ 2047’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्य की राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक यात्रा पर विस्तार से अपनी बात रखी। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों, पूर्ववर्ती सरकारों और माफिया राज पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि “उत्तर प्रदेश कभी बीमारू नहीं था, इसे जानबूझकर बीमारू बनाया गया था। सत्ता में बैठे लोग अपराधियों और माफियाओं के आगे झुकते थे, चाचा-भतीजा वसूली में लिप्त थे और सत्ता के मुखिया माफिया के कुत्ते से हाथ मिलाकर गर्व महसूस करते थे।”
योगी ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में दंगे, अराजकता और भ्रष्टाचार की राजनीति चरम पर थी। सत्ता जातिवाद और परिवारवाद के नाम पर समाज को गुमराह कर रही थी। “उस दौर में न बेटियां सुरक्षित थीं, न व्यापारी और न ही किसान। लेकिन बीते आठ सालों में हमने बुलडोजर से माफिया राज को जड़ से उखाड़ा और प्रदेश को विकास की राह पर आगे बढ़ाया।”

बरेली की घटना पर सख्त रुख : “जाम नहीं होगा, दंगा नहीं होगा”
अपने संबोधन की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने हाल ही में बरेली की घटना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि “एक मौलाना यह भूल गया था कि उत्तर प्रदेश में शासन किसका है। उसने धमकी दी थी कि जाम लगेगा, लेकिन हमने साफ कहा – न जाम होगा, न कर्फ्यू लगेगा। हमने उन्हें ऐसा सबक सिखाया कि उनकी आने वाली पीढ़ियां भी दंगा करना भूल जाएंगी। यूपी में जो दंगा करेगा उनकी सात पुश्तें याद करेंगी।”
योगी ने दावा किया कि 2017 के बाद उनकी सरकार ने दंगाइयों को चुन-चुनकर सजा दी और उन्हें उसी भाषा में जवाब दिया, जो वे समझते थे। इस सख्ती का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश में शांति और सुरक्षा का माहौल है और यहीं से यूपी की विकास यात्रा की नई शुरुआत हुई।
माफिया और परिवारवाद पर सीधा वार
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारें परिवारवाद और माफियाओं की कठपुतली थीं। “चाचा-भतीजा वसूली में लगे थे और हर जिले में एक माफिया को समानांतर सत्ता चलाने की खुली छूट थी। सत्ता के मुखिया माफिया के कुत्ते से हाथ मिलाकर गौरवान्वित होते थे। ऐसी भ्रष्ट व्यवस्था में बेटियों की सुरक्षा खतरे में थी और व्यापारी हर वक्त भय के साए में जीते थे।”

उन्होंने कहा कि सत्ता जब बेईमानों के हाथ में जाती है तो समाज को जाति और परिवार के नाम पर गुमराह किया जाता है। ऐसे लोगों के लिए ही बुलडोजर की जरूरत पड़ी। योगी ने जोर देकर कहा कि आज माफिया राज का नामोनिशान मिटा दिया गया है।
यूपी की आर्थिक छलांग : 37 हजार करोड़ से 70 हजार करोड़ तक
सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश को बीमारू कहा जाता था, लेकिन आज यही राज्य देश की ग्रोथ स्टोरी का इंजन बन चुका है। उन्होंने कहा, “सीएजी की रिपोर्ट बताती है कि 2023 में यूपी का रेवेन्यू सरप्लस 37 हजार करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 70 हजार करोड़ रुपये हो गया है। इतनी बड़ी आबादी वाला राज्य बिना किसी रुकावट के अपने सभी विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ा रहा है।”
उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश की ग्रोथ स्टोरी उन लोगों के लिए अविश्वसनीय है, जिनमें पौरुष की कमी थी और जिन्होंने कभी प्रदेश को लूटने से इतर कुछ सोचा ही नहीं।

यूपी का नया चेहरा : इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर नौकरियों तक
मुख्यमंत्री ने पिछले आठ वर्षों में हुए विकास की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में देश का 55% एक्सप्रेसवे नेटवर्क है, सबसे ज्यादा शहरों में मेट्रो सेवा संचालित हो रही है और 16 हवाई अड्डे सक्रिय हैं। अगले महीने जेवर में देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा।
“आजादी के समय यूपी का योगदान भारत की अर्थव्यवस्था में 14% था, जो 2016-17 में घटकर 8% तक आ गया था। हमने इसे फिर से ऊंचाई देने का संकल्प लिया। आज यूपी गन्ना, चीनी, इथेनॉल और खाद्यान्न उत्पादन में नंबर एक है। यही नहीं, यह राज्य सबसे ज्यादा नौकरियां देने वाला और निवेश आकर्षित करने वाला प्रदेश बन गया है।”
भारत की वैश्विक ताकत पर विश्वास
योगी आदित्यनाथ ने भारत की कृषि क्षमता और भौगोलिक संपन्नता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत दुनिया का सबसे सौभाग्यशाली देश है, जहां 60% भूमि कृषि और मानव सभ्यता के लिए उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि अमेरिका भौगोलिक रूप से बड़ा देश है, लेकिन कृषि योग्य भूमि के मामले में भारत बराबरी करता है।
इतिहास का उल्लेख करते हुए योगी ने कहा, “चंद्रगुप्त मौर्य के समय भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की 40% थी, लेकिन विदेशी आक्रांताओं और ब्रिटिश शासन ने इसे लूटा। अंग्रेजों ने अकेले 32 ट्रिलियन डॉलर भारत से लूटकर ले गए। आजादी के समय भारत की वैश्विक अर्थव्यवस्था में हिस्सेदारी केवल 2% रह गई थी। लेकिन 2014 तक यह 11वीं और अब चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है। इस वित्तीय वर्ष में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा।”
“बुलडोजर परिवारवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ”
योगी ने पूर्ववर्ती सरकारों पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने हर जिले में एक माफिया दिया था, जबकि उनकी सरकार हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज दे रही है। उन्होंने कहा, “हमने बुलडोजर केवल इमारत गिराने के लिए नहीं बनाया, यह परिवारवाद और भ्रष्टाचार की राजनीति को जड़ से खत्म करने का प्रतीक है। पहले त्योहार आते ही उत्पात और दंगे होते थे। अब उत्पातियों को सबक सिखाया जाता है, ताकि उनकी सात पीढ़ियां याद रखें।”

विकसित यूपी @ 2047 : 6 लाख सुझाव और बड़ा विजन
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ संकल्प को दोहराते हुए कहा कि यूपी इस लक्ष्य में अग्रणी भूमिका निभाएगा। उन्होंने बताया कि विधानसभा में इस विषय पर 27-28 घंटे तक चर्चा की गई और 300 से अधिक विद्वान जनता के बीच जाकर सुझाव ले रहे हैं।
“समर्थ पोर्टल के माध्यम से अब तक 6 लाख से ज्यादा सुझाव प्राप्त हो चुके हैं। 2016 में यूपी की अर्थव्यवस्था 12 लाख करोड़ थी, जो इस वित्तीय वर्ष में 35 लाख करोड़ तक पहुंच जाएगी। प्रति व्यक्ति आय 45 हजार से बढ़कर 1 लाख 20 हजार रुपये हो गई है। हमने 12 क्षेत्रों में तेज गति से काम करने का लक्ष्य रखा है—पर्यटन, निवेश, इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा और स्वास्थ्य में खास प्रगति हो रही है।”
आधारशिला से भव्य इमारत की ओर
मुख्यमंत्री ने गर्व से कहा कि बीते साढ़े आठ वर्षों में यूपी की विकास यात्रा ने नई ऊंचाइयां हासिल की हैं। “आज भारत में जितना मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट बनता है, उसमें 55% योगदान उत्तर प्रदेश का है। हमने विकसित यूपी की आधारशिला तैयार कर ली है, अब भव्य इमारत बनाने का समय है। हमारा लक्ष्य है कि 2047 तक उत्तर प्रदेश 6 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बने। विकसित यूपी हमारा मंत्र और संकल्प है, और यह हर नागरिक की दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए।”
कार्यक्रम के अंत में योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने जिस शांति, सुरक्षा और विकास का माहौल बनाया है, वह आने वाले वर्षों में उत्तर प्रदेश को भारत ही नहीं, बल्कि विश्व पटल पर नई पहचान दिलाएगा।
उन्होंने कहा, “यूपी अब बीमारू नहीं, बल्कि विकास का इंजन है। यह इंजन 2047 तक 6 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में दौड़ रहा है। यह हर उत्तर प्रदेशवासी के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने का वर्ष होगा। हमारा संकल्प है—विकसित यूपी।”