बाढ़ के बीच दिल्ली पुलिस का बड़ा ऑपरेशन: मथुरा के जंगलों से अवैध हथियार फैक्ट्री का जखीरा बरामद, 48 घंटे चला सघन अभियान, बंद कमरे में छिपाकर रखे थे असलहे

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दिल्ली पुलिस ने एक साहसिक कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में बाढ़ के पानी से घिरे इलाक़े में चल रही अवैध हथियार फैक्ट्री का पर्दाफाश किया। यह फैक्ट्री नौहझील थाना क्षेत्र के रायपुर खादर गांव के बीचों-बीच एक बंद कमरे में चल रही थी। दिल्ली पुलिस ने इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए 48 घंटे तक सर्च अभियान चलाया और तमाम बाधाओं के बावजूद हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद करने में सफल रही।


झगड़े से मिली सुराग की कड़ी


पूरी कहानी की शुरुआत 11 अगस्त को दिल्ली के सराय रोहिल्ला इलाके में हुई। यहां गणेश प्रतिमा खरीदने को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि 16 वर्षीय किशोर ने देसी कट्टे से फायरिंग कर दी। भले ही गोली किसी को नहीं लगी, लेकिन घटना ने पुलिस को अलर्ट कर दिया। किशोर को 12 अगस्त को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान उसने कबूल किया कि कट्टा उसने अलीगढ़ से खरीदा था। इसी सुराग पर पुलिस ने छापेमारी की दिशा तय की।

 


अलीगढ़ में पहली बरामदगी


दिल्ली पुलिस की टीम ने अलीगढ़ के पिसावा कस्बे में दबिश दी, जहां एक बुजुर्ग के घर से 6 देसी कट्टे, 12 अधबने कट्टे, 6 जिंदा और 5 खोखा कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में बुजुर्ग ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि वह बीते 15-20 सालों से यह धंधा कर रहा है और अब तक 1200 से ज्यादा कट्टे बेच चुका है। इसी जानकारी ने पुलिस को मथुरा की ओर बढ़ने का संकेत दिया।


बाढ़ के बीच चला 48 घंटे का ऑपरेशन


मथुरा के नौहझील थाना क्षेत्र के अनेरदा गढ़ी और आसपास के इलाके में हथियार फैक्ट्री होने की जानकारी मिली। इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम ने वहां 48 घंटे तक लगातार सर्च अभियान चलाया। पूरा गांव चारों ओर से बाढ़ के पानी में डूबा हुआ था। कहीं 3-4 फीट गहराई में टीम को पैदल चलना पड़ा तो कहीं 8 फीट तक पानी होने पर स्टीमर का सहारा लेना पड़ा।


बंद कमरे से मिला हथियारों का जखीरा


जंगलों के बीच एक बंद कमरे पर पुलिस की नजर पड़ी। जब ताला तोड़ा गया तो अंदर का दृश्य देखकर टीम दंग रह गई। वहां 14 देसी पिस्टल, एक मस्कट गन, 50 से ज्यादा बैरल, 28 पाइप, हथियार बनाने के औजार और कच्चा माल मौजूद था। ग्राइंडर, ड्रिल मशीन, कटर, आरी जैसे उपकरण साफ बता रहे थे कि यहां बड़े पैमाने पर हथियार निर्माण चल रहा था।

 


आरोपी की गिरफ्तारी और भागने की कोशिश


पुलिस ने मौके से शिवचरण पुत्र तोड़ी राम, निवासी अनेरदा गढ़ी को गिरफ्तार किया। जब उसे हथियारों के साथ बाहर ले जाया जा रहा था, तभी उसने भागने की कोशिश की। हालांकि पुलिस ने तुरंत घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। ग्रामीणों के अनुसार शिवचरण ने फैक्ट्री के बाहर दो खतरनाक कुत्ते भी पाल रखे थे, ताकि कोई आसानी से वहां तक न पहुंच सके।


ऑपरेशन की कठिनाइयाँ


यह पूरा अभियान बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। बाढ़ का पानी, नेटवर्क की समस्या, अंधेरा और भोजन-पानी की कमी जैसी मुश्किलें पुलिस टीम के सामने थीं। बावजूद इसके, टीम ने हिम्मत नहीं हारी और हथियार फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर लिया।


मथुरा पुलिस पर उठे सवाल


दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई ने मथुरा पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस इलाके में इतनी बड़ी अवैध फैक्ट्री सालों से चल रही थी, वहां की स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक क्यों नहीं लगी? दिल्ली पुलिस ने बिना मथुरा पुलिस को जानकारी दिए यह पूरा ऑपरेशन किया। अब सवाल यह है कि मथुरा पुलिस इस मामले पर क्या रुख अपनाती है।


बरामद हथियार और सामान


•    14 देसी पिस्टल


•    1 मस्कट गन


•    50 से ज्यादा बैरल


•    28 पाइप


•    ग्राइंडर, प्लायर, ड्रिल मशीनें


•    कटर, आरी और अन्य औजार


•    हथियार बनाने का कच्चा माल


यह बरामदगी इस बात का संकेत है कि अवैध हथियारों का नेटवर्क गहराई तक फैला हुआ है और इसके तार कई जिलों से जुड़े हुए हैं। 

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