लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मानसून की रफ्तार इन दिनों थमती नजर आ रही है। राज्य के ज्यादातर हिस्सों में मौसम शुष्क बना हुआ है, हालांकि पूर्वी इलाकों में कहीं-कहीं हल्की बरसात जरूर दर्ज की गई। इसी बीच बंगाल की खाड़ी में एक नया मौसम तंत्र सक्रिय हो रहा है, जिससे मौसम विभाग का अनुमान है कि 25 सितंबर से पूर्वांचल और बुंदेलखंड के कई जिलों में झमाझम बारिश हो सकती है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार राजस्थान, पंजाब और गुजरात के कुछ हिस्सों से मानसून की वापसी शुरू हो चुकी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल बन रही हैं। वर्तमान में प्रदेश में कोई सक्रिय मौसम तंत्र मौजूद नहीं है। आने वाले तीन दिनों तक पश्चिमी यूपी में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है, वहीं पूर्वांचल के कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है।

पिछले 24 घंटे का हाल
पिछले 24 घंटे के दौरान यूपी में बारिश सामान्य से काफी कम दर्ज की गई। पूर्वी उत्तर प्रदेश में 4.01 मिमी अनुमानित बारिश के मुकाबले केवल 0.9 मिमी वर्षा हुई, जो सामान्य से 78 प्रतिशत कम है। वहीं पश्चिमी यूपी में 2.4 मिमी अनुमानित बारिश की तुलना में बारिश का आंकड़ा शून्य रहा, जो 98 प्रतिशत की कमी दर्शाता है।

राजधानी लखनऊ में बढ़ी उमस
लखनऊ में रविवार को सुबह से ही आसमान साफ रहा और दिन चढ़ने के साथ तेज धूप ने उमस भरी गर्मी बढ़ा दी। दिन का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ, जो सामान्य से 2 डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग का अनुमान है कि सोमवार को भी राजधानी में आसमान साफ रहेगा और तापमान बढ़कर 36 और 27 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
राज्य में औसत बारिश का आकलन
पिछले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में अनुमानित 3.5 मिमी बारिश के मुकाबले महज 0.6 मिमी वर्षा दर्ज हुई, यानी औसतन 84 फीसदी की कमी। वहीं 1 जून से 21 सितंबर तक प्रदेश में 719.3 मिमी के मुकाबले 695.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 3 प्रतिशत कम है।

बंगाल की खाड़ी से उम्मीदें
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह ने बताया कि मानसून की वापसी सामान्यत: सितंबर के चौथे सप्ताह से होती है और इस बार भी स्थिति लगभग वैसी ही है। इस साल मानसून 18 जून को यूपी में सक्रिय हुआ था। अभी तक बारिश अनुमान से 3 फीसदी कम रही है, लेकिन बंगाल की खाड़ी में बन रहे नए सिस्टम से 25 सितंबर से पूर्वांचल और बुंदेलखंड के 10 से 15 जिलों में अच्छी बारिश होने के आसार हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फिलहाल बारिश की संभावना नहीं है और यहां अधिकतम तापमान अगले कुछ दिनों में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।