यूपी की इस महिला IAS के आगे माफियाओं की एक नहीं चलती, बाहुबली विधायक पर लगाया गैंगस्टर, सपा सांसद से भिड़ गईं, अब स्वास्थ्य विभाग में मिला मुख्य पद

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सोमवार देर रात बड़े प्रशासनिक फेरबदल के तहत 33 आईएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए गए। इसमें गाजीपुर की जिलाधिकारी आर्यका अखौरी को स्वास्थ्य विभाग का विशेष सचिव बनाया गया है। अपने बेबाक रवैये और प्रशासनिक सख्ती के लिए जानी जाने वाली आर्यका अखौरी एक बार फिर चर्चा में हैं।


आर्यका अखौरी उन महिला अधिकारियों में से हैं जिन्होंने कम समय में प्रशासनिक क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। वे अक्सर अपने फैसलों और स्पष्ट रुख को लेकर सुर्खियों मंक रही हैं। भदोही में जिलाधिकारी रहते हुए उन्होंने सरकारी बैठकों में जींस और टी-शर्ट पहनकर आने वाले अधिकारियों पर पाबंदी लगा दी थी। इस फैसले को लेकर वे खूब चर्चा में रहीं और उन्होंने साफ शब्दों में कहा था कि आदेश का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 


उनका यह कड़ा रुख यही नहीं रुका। जब वे गाजीपुर की डीएम बनीं, तब भी उन्होंने कानून-व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी और हर स्थिति में नियमों का पालन सुनिश्चित किया।


मुख्तार अंसारी की मौत के बाद भी रही चर्चा में


पिछले साल माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार के दौरान उत्पन्न स्थिति ने आर्यका अखौरी को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया। कब्रिस्तान में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उन्होंने सांसद अफजाल अंसारी सहित आम लोगों को सख्त निर्देश दिए कि केवल परिवार के सदस्य ही अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं। इसके बावजूद बड़ी संख्या में समर्थक वहां पहुंच गए, जिससे अफरा-तफरी की स्थिति बन गई।


आर्यका अखौरी ने मौके पर धारा 144 लागू होने की जानकारी दी और कहा कि किसी को भी भीड़ इकट्ठा करने की अनुमति नहीं दी गई। अफजाल अंसारी से उनकी तीखी बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिस पर लोग उनकी प्रशासनिक दृढ़ता की सराहना की।

 


2013 बैच की IAS अधिकारी हैं आर्यका अखौरी


2013 बैच की आईएएस अधिकारी आर्यका अखौरी मूल रूप से बिहार की रहने वाली हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से एमएससी की पढ़ाई की और यूपीएससी पास करने के बाद उत्तर प्रदेश कैडर में सेवा प्रारंभ की। उनकी पहली नियुक्ति भदोही में जिलाधिकारी के रूप में हुई थी, जहां उन्होंने बाहुबली विधायक विजय मिश्रा पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई कर अपने तेवर दिखाए।


इसके बाद वे वाराणसी, मेरठ और लखनऊ जैसे महत्वपूर्ण शहरों में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, सीडीओ और विशेष शिक्षा सचिव जैसे पदों पर रह चुकी हैं। गाजीपुर में सितंबर 2022 में उनकी तैनाती डीएम के तौर पर हुई थी।


पूर्व विधायक विजय मिश्र पर लगाया गैंगस्टीर एक्ट


आर्यका अखौरी का भदोही का कार्यकाल बेहद चर्चा में रहा। उनके कार्यकाल में गैंगेस्टर एक्ट के तहत की गई कार्रवाइयों की नजीर दी जाती है। उन्होंने पूर्व विधायक विजय मिश्र पर असलहों का लाइसेंस निरस्त करने के साथ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की थी। इस घटना से वह चर्चा में आ गई थीं। उन्होंसने सरकारी दफ्तर में जींस और टॉप पहनकर आने पर रोक लगा दी थी। इसके अलावा कानून व्यवस्था को लेकर भी कई कड़े कदम उठाए थे।

 


महिलाओं की योजनाओं में योगदान


आर्यका अखौरी को शासन द्वारा महिला सशक्तिकरण और महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए भी सम्मानित किया जा चुका है। उनके कार्यकाल के दौरान कई महिला-केंद्रित योजनाएं प्रभावी ढंग से लागू की गईं, जिससे समाज में सकारात्मक प्रभाव पड़ा।

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