साढ़े 11 वर्षों की फील्ड पोस्टिंग के बाद अब शासन में मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी, यूपी के इस IAS का सीधा प्रधानमंत्री से कनेक्शन, 5 साल के कार्यकाल में छोड़ी अमिट छाप 

https://admin.thefrontfaceindia.in/uploads/1156923499_kaushal_raj_shama.jpg

वाराणसी में साढ़े पांच वर्षों के कार्यकाल में कौशल राज शर्मा ने छोड़ी अमिट छाप, पहले डीएम और फिर मंडलायुक्त के तौर पर किए बड़े कार्य 


प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री कार्यालय की सीधी निगरानी में वाराणसी में कानून व्यवस्था से लेकर बड़ी परियोजनाओं को पूरा करने में कौशल राज की रही बड़ी भूमिका


कार्यकाल में 27250 करोड़ की 320 परियोजनाओं का लोकार्पण, वर्तमान में 15340 करोड़ की 101 परियोजनाओं का चल रहा काम


पीएम के हाथों मिला बेस्ट सिविल सर्वेंट का अवार्ड, बेस्ट इलेक्ट्रोल रोल समेत कई और सम्मान भी हुई हासिल


कोविड महामारी में भी दिखी थी कुशल प्रशासनिक क्षमता, लॉकडाउन में कालाबाजारी रोकने का तरीका बना माडल


वाराणसी के कार्यकाल में 25 पीएम विजिट, चार राष्ट्रपति, तीन उपराष्ट्रपति व 25 से ज्यादा बार राज्यपाल व 98 बार मुख्यमंत्री का हुआ आगमन


एसईओ, जी- 20 तथा अन्य आयोजनों में आए विदेशी राजनयिकों का किया शानदार आतिथ्य


यहीं डीएम से मंडलायुक्त बनाकर पीएमओ का किया गया अभिनव प्रयोग सफल रहा


डीएम रहते कराया एमएलसी, पंचायत व विधानसभा चुनाव-2022 और मंडलायुक्त के तौर पर लोकसभा चुनाव- 2024


श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए कराया उच्च स्तरीय सुविधाओं के प्रबंध, महाकुंभ- 2025 की व्यवस्था को श्रद्धालुओं ने सराहा


न्यायालय के आदेश पर शांतिपूर्ण तरीके से ज्ञानवापी परिसर के कोर्ट कमीशन, एएसआई सर्वे की कार्रवाई एवं तहखाने में पूजा- पाठ कराया शुरू


आयुक्त न्यायालय के मुकदमों के निस्तारण में लायी रिकॉर्ड तेजी

 


वाराणसी के जिलाधिकारी के तौर पर कौशल राज शर्मा ने 2 नवंबर 2019 को कार्यभार संभाला और तत्काल ही 9 नवंबर 2019 को श्रीराम जन्मभूमि प्रकरण में मा. उच्चतम न्यायालय के आने वाले आदेश के दृष्टिगत वाराणसी में शांति व्यवस्था कायम करने के प्रयास प्रारंभ कर दिये। उन्होंने अपनी प्रशासनिक क्षमता दिखाते हुए सभी संस्थाओं, समुदायों, गणमान्य नागरिकों व शांति समितियों को सक्रिय किया। तत्पश्चात दिसम्बर- 2019 से सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट (सीएए- एनआरसी) लागू होने की दृष्टिगत शांति व्यवस्था कायम करने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास किये। देश के अलग-अलग शहरों में शांति व्यवस्था की समस्याएं होने के बावजूद वाराणसी को शांत रखने में भरपूर प्रयास किये। जनपद के सभी धर्म गुरुओं और गणमान्य व्यक्तियों का सहयोग लेकर शांति व्यवस्था बनाए रखी।

 


कोविड काल में काशी के लिए बने रक्षक


मार्च- 2020 के अंतिम सप्ताह में कोविड महामारी के दस्तक देते ही पूरे देश से दो दिन पूर्व वाराणसी में लॉकडाउन लगवा कर जन सहयोग से कोरोना महामारी से निबटने के प्रयास प्रारंभ किये, लॉकडाउन में कोरोना बीमारी के इलाज की व्यवस्था के साथ-साथ लॉकडाउन का पालन करवाना, विदेशी पर्यटकों के वाराणसी में फंस जाने की वजह से उनको उनकी एम्बेसी के माध्यम से वापस अपने देश भिजवाना, वाराणसी में विभिन्न प्रदेशों- विशेष कर दक्षिण भारतीय श्रद्धालुओं के फंस जाने की वजह से रेडक्रॉस के माध्यम से बसें अरेंज करके उन्हें अपने प्रदेश भेजने की व्यवस्था की। वहीं कोटा, राजस्थान से स्पेशल ट्रेन से आए बच्चों की टेस्टिंग, उनके खाने-पीने, आइसोलेशन की व्यवस्था के साथ ही ट्रेन से आगे जा रहे बच्चों के खाने-पीने की समुचित व्यवस्था रेलवे स्टेशन पर ही कराई गई। इसके अतिरिक्त आइसोलेशन जोन, सैनिटाइजेशन, एलोपैथिक-आयुर्वेदिक- होम्योपैथिक दवाओं की व्यवस्थाएं करना, स्वास्थ्य जांच कराना, टेस्टिंग कराना, टेस्टिंग के इंस्ट्रूमेंट और किट बढ़वाना, अधिक से अधिक टीम बनाकर सरकारी कर्मचारियों को मोबिलाइज करना, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम राजस्व, पुलिस सबका बेहतर प्रबंधन करके कोरोना महामारी के असर को यथा संभव वाराणसी में नियंत्रित रखा। लॉकडाउन के दौरान वाराणसी में वस्तुओं की कालाबाजारी रोकने हेतु कौशल राज शर्मा, तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी के साथ सामान्य विद्यार्थी बनकर मार्केट में औचक घूमते हुए मुनाफाखोरी करने वाले दुकानदारों को पकड़ने के लिए भी याद किए जाते हैं। 

 


विधानसभा और लोकसभा चुनाव में निभाई अहम भूमिका


अपने कार्यकाल के दौरान कौशल राज शर्मा ने जिला निर्वाचन अधिकारी के तौर पर वाराणसी खंड स्नातक एवं खंड शिक्षक निर्वाचन, पंचायत चुनाव, विधानसभा चुनाव- 2022 और मंडलायुक्त के स्तर पर चारों जिलों में नगर निकाय निर्वाचन तथा लोकसभा का सामान्य निर्वाचन- 2024 का मार्गदर्शन किया।


मंडलायुक्त न्यायालय में भी कौशल राज द्वारा गत वर्ष अपने लक्ष्य 480 केस प्रतिवर्ष के स्थान पर 1280 मुकदमों में निर्णय दिए और उनके कार्यकाल में सारे मंडल न्यायालयों का राजस्व मुकदमों का निस्तारण पिछले कई वर्षों में सर्वाधिक रहा। विशेष रूप से उन्होंने सबसे पुराने मुकदमों में निर्णय देकर उनका निस्तारण किया।

 


कौशल के काल में पीएम मोदी 25 बार काशी आए


कौशल राज शर्मा फील्ड में तैनात संभवतः पहले ऐसे अधिकारी हैं जिन्होंने भारत के प्रधानमंत्री के 25 विजिट वाराणसी में अपने कार्यकाल के दौरान कराये। यह भ्रमण सुरक्षा, प्रोटोकॉल व प्रशासनिक व्यवस्थाओं के लिए तो महत्वपूर्ण थे ही साथ में वाराणसी की विभिन्न विकास की परियोजनाओं को लागू करने और उनमें बेहतर रिजल्ट देने की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण थे। प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र होने के नाते केंद्र व राज्य सरकार के सभी विभागों की योजनाएं, साथ ही साथ यहां चल रहे विभिन्न विशेष प्रोजेक्ट समय पर व गुणवत्ता से पूरा कराने की जिम्मेदारी भी उन पर थी।


इन योजनाओं और प्रोजेक्ट्स को समय से पूरा करने के साथ ही उन्होंने जिस कला से जनता का विश्वास भी बनाए रखा शायद इसी वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के 11 साल के कार्यकाल में साढ़े 5 साल वो उनके संसदीय क्षेत्र में पोस्टेड रहे। यह केंद्र और राज्य दोनों सरकारों के उनके प्रति विश्वास को स्पष्ट करता है।


प्रधानमंत्री के विजिट के साथ-साथ कौशल राज शर्मा अपने कार्यकाल में चार राष्ट्रपति विजिट, तीन उपराष्ट्रपति विजिट और 25 से ज्यादा राज्यपाल विजिट भी कराये। प्रदेश के मुख्यमंत्री इनके कार्यकाल में 98 बार प्रशासनिक भ्रमण पर वाराणसी आए। इन सभी विजिट के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा वाराणसी की सभी योजनाओं व परियोजनाओं की वृहद समीक्षा, वाराणसी के विकास के भविष्य की प्लानिंग तथा परियोजनाओं के स्थलीय निरीक्षण आदि की पूर्ण जिम्मेदारी कौशल राज शर्मा द्वारा बखूबी निभाई गई।


खूब हुई विदेशियों की भी मेहमान नवाजी


कौशल राज शर्मा और उनकी टीम ने काशी में विदेशी मेहमानों की भी उच्च स्तर की मेहमाननवाजी की। जिसमें मुख्य रूप से शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन के देशों के डेलिगेट्स के कई कार्यक्रम, जी-20 के 6 बड़े सम्मेलन, देव दीपावली आदि पर उच्चायुक्तों के भ्रमण व श्रीलंका, मॉरिशस, नेपाल आदि कई राष्ट्राध्यक्षों के औपचारिक भ्रमण के कार्यक्रम भी शामिल थे। इस दौरान वाराणसी शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन की पहली सांस्कृतिक राजधानी भी रही।


प्रधानमंत्री कार्यालय ने कौशल राज शर्मा को जिलाधिकारी वाराणसी से यहीं मंडलायुक्त वाराणसी मंडल बनाकर एक निरंतरता की कड़ी भी जोड़ने का प्रयोग किया जिसे अब पुनः दोहराया गया है।

 


काशी में 27 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण


पिछले मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल के साथ जिलाधिकारी के तौर पर कौशल राज शर्मा ने अच्छे टीम मेंबर की तरह कार्य करते हुए सभी चीजों को गंभीरता से सीखा व फिर उन्हें लागू किया। इनके कार्यकाल के दौरान 27250 करोड़ रुपए की 320 परियोजनाओं का लोकार्पण हुआ और वर्तमान में 15340 करोड़ की 101 परियोजनाओं का शिलान्यास हो चुका है जिन पर कार्य गतिमान है। वाराणसी में इंफ्रास्ट्रक्चर का कोई भी ऐसा सेक्टर नहीं बचा जिनमें उन्होंने परियोजनाओं को लागू करने में कार्य न किया हो। इंफ्रास्ट्रक्चर में रिंग रोड, नेशनल हाईवे, राज्य स्तरीय सड़क, सड़क पुल, एयरपोर्ट का विस्तारीकरण, वॉटरवेज, क्रूज, रोप वे के कार्य, शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर मंर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, सीवरेज लाइन, पेयजल लाइन, शहरी सौंदर्यीकरण, पार्क, तालाब, पौराणिक गलियों का पुनर्निर्माण कार्य, वाराणसी के घाटों का पुनर्निर्माण, स्मार्ट सिटी के शहरी विकास के कार्य, विद्युत इंफ्रास्ट्रक्चर तथा शिक्षा स्वास्थ्य, चैरिटेबल हॉस्पिटल जैसे सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर साथ कि कृषि विभाग की परियोजनाएं व स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर हेतु स्टेडियम निर्माण इसमे मुख्य हैं। संभवत किसी जनपद व मंडल स्तर के प्रशासनिक अधिकारी की सर्विस के दौरान इतने विस्तृत सेक्टरों में, इतनी ज्यादा संख्या में परियोजनाएं और इतनी बड़ी धनराशि के कार्य के उदाहरण कम ही पाए जाते हैं।

 


ऊपर से स्वयं प्रधानमंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय और मुख्यमंत्री की पैनी निगाहों में इन परियोजनाओं का इंप्लीमेंटेशन जिस जिम्मेदारी के साथ इन्होंने किया वह इन्हें औरों से अलग बनाता है।


पीएम ने किया था सम्मानित


कौशल राज शर्मा के अथक परिश्रम की वजह से उन्हें 21 अप्रैल- 2022 के सिविल सर्विसेज डे पर स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्राइम मिनिस्टर्स अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन- 2021 प्रदान किया गया जो भारत में किसी भी सिविल सर्वेंट के लिए उच्चतम पुरस्कार होता है। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर बेस्ट इलेक्ट्रोल रोल के लिए भी लखनऊ में राज्यपाल द्वारा पुरस्कृत किया गया। वाराणसी में तैनाती के दौरान कई अन्य पुरस्कार और सम्मान भी प्राप्त हुए। इसके अतिरिक्त प्रशासनिक दक्षता को देखते हुए विभिन्न प्रदेश सरकारों द्वारा आयोजित कार्यशालाओं में विशेष वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया।


काशी विश्वनाथ धाम का लौटा मूल स्वरुप, महाकुंभ में काशी आकर बम-बम हुए 3 करोड़ श्रद्धालु


कौशल राज शर्मा ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर (श्री काशी विश्वनाथ धाम) निर्माण के दौरान सैकड़ों भवनों के अधिग्रहण में भी अपनी प्रशासनिक क्षमता दिखाते हुए आपसी विमर्श व सद्भावपूर्ण तरीके से बातचीत कर भवनों का अधिग्रहण कराया। कॉरिडोर का निर्माण निर्धारित समय अवधि में पूर्ण हो इसके लिए इसकी नियमित मॉनिटरिंग व स्वयं निरीक्षण कर विभिन्न जटिलताओं को दूर कराया। इसके साथ ही श्री काशी विश्वनाथ धाम के निर्माण के दौरान मिले प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार तथा कई विग्रहों की शास्त्र सम्मत तरीके से प्राण- प्रतिष्ठा कराकर पुनर्स्थापित कर नियमित पूजन- अर्चन की व्यवस्था कराई। कारिडोर निर्माण के बाद देश- दुनिया से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन मंदिर में होने पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सभापति के तौर पर कौशल राज शर्मा ने श्रद्धालुओं के लिए उच्च स्तरीय सुविधा एवं सुरक्षा की व्यवस्था करने के लिए निरंतर प्रयास किए। श्रद्धालुओं को अच्छा दर्शन अनुभव प्राप्त हो इसके लिए मंदिर की व्यवस्थाओं की नियमित मॉनिटरिंग व समुचित इंतजाम के लिए अभिनव प्रयोग को क्रियान्वित कराया। महाकुंभ- 2025 के दौरान श्री काशी विश्वनाथ धाम में तीन करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आगमन के दौरान दर्शन-पूजन की उच्च स्तरीय व्यवस्था व श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा के सभी इंतजाम इसी प्रयास का नतीजा रहे। इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन के दौरान श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की व्यवस्था को सराहा गया।


ज्ञानवापी में कोर्ट के आदेश पर शुरू कराया पूजा-पाठ


कौशल राज शर्मा के मंडलायुक्त रहते ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में जिला न्यायालय के आदेश पर कोर्ट कमीशन की कार्रवाई को सकुशल संपन्न कराया। शहर के सभी वर्गों के लोगों से निरंतर संवाद एवं संपर्क स्थापित कर कानून व्यवस्था बनाएं रखने में जिला प्रशासन का मार्गदर्शन किया। इसके पश्चात ज्ञानवापी परिसर की एएसआई सर्वे की कार्रवाई भी शांतिपूर्ण तरीके से पूर्ण कराई। वाराणसी की जिला न्यायालय के आदेश पर 31 जनवरी- 2024 को ज्ञानवापी के तहखाना में नियमित पूजा पाठ- शुरू करने के आदेश के बाद वहां पर शांतिपूर्ण ढंग से पूजा- पाठ शुरू कराया। वर्तमान में भी वहां पूजा- पाठ सुचारू तरीके से जारी है।


कोविड महामारी के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी देव दीपावली पर काशी आए और उन्होंने भैंसासुर घाट पर दीप प्रज्जवलित कर देव दीपावली का शुभारंभ किया था। इस दौरान प्रधानमंत्री काफी देर तक क्रूज पर सवार होकर देव दीपावली के अद्वितीय नजारे को निहारा था। इस कार्यक्रम को कौशल राज शर्मा ने अपने कुशल मार्गदर्शन में व्यवस्थित कराया साथ ही नवाचार के तौर पर गंगा नदी के दोनों तरफ दीयों से सजावट, महाराजा चेत सिंह किला पर लेजर शो और ग्रीन आतिशबाजी का भी आयोजन कराया। काशी में देव दीपावली पर यह नवाचार वर्ष पर्यंत जारी है और गंगा के दोनों तरफ रिकॉर्ड संख्या में दीपों का प्रज्जवलन जारी है। इसके अतिरिक्त काशी में कई धार्मिक सांस्कृतिक नवाचार में मार्गदर्शन किया।


मुजफ्फरनगर से वाराणसी तक साढ़े 11 वर्षों से लगातार फील्ड में कार्य करने का रिकॉर्ड-


कौशल राज शर्मा को अगस्त- 2013 में मुजफ्फरनगर में शांति व्यवस्था प्रभावित होने के दौरान उन्हें तत्कालीन सरकार द्वारा जब जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर बनाया गया था। तब से वो लगातार प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ और वाराणसी के जिलाधिकारी और उसके उपरांत मंडलायुक्त वाराणसी मंडल बनकर अपने साढ़े ग्यारह वर्ष का बिना ब्रेक के निरंतर फील्ड का कार्यकाल पूरा कर अब फील्ड की पोस्टिंग से शासन स्तर की पोस्टिंग के लिए रुखसत होंगे। यह भी किसी आईएएस अधिकारी के लिए लगातार फील्ड वर्क करने का एक प्रकार का रिकॉर्ड ही है।

इसे भी पढ़ें

Latest News