काशी के करपात्री धाम आश्रम में बवाल: महिला बोली - आधी रात शिष्यों ने कमरे में घुसकर रेप की कोशिश... महंत बोले- मामला पुरानी रंजिश से जुड़ा

https://admin.thefrontfaceindia.in/uploads/1372314846_IMG-20251105-WA0002.jpg

वाराणसी। काशी के प्रसिद्ध करपात्री धाम आश्रम में एक विवाद ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया है। यहां दर्शन के लिए पहुंचे एक दंपती ने आरोप लगाया है कि आश्रम के चार शिष्यों ने महिला के साथ कमरे में घुसकर छेड़छाड़ की और जब उसके पति ने विरोध किया तो उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई, वहीं पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

 

14 अक्टूबर की रात मचा हंगामा, पति को पीटा, महिला से की बदसलूकी

 

मामला 14 अक्टूबर की रात का बताया जा रहा है। हरदोई मूल निवासी दंपती दर्शन के लिए करपात्री धाम पहुंचे थे। आरोप है कि इसी दौरान चार शिष्य — राहुल, राज, शुभम और शिवम — वहां पहुंचे और महिला से अभद्र व्यवहार करने लगे। विरोध करने पर उन्होंने पति को मारपीट कर घायल कर दिया और महिला को दूसरे कमरे में ले जाने की कोशिश की। महिला की चीखें सुनकर अन्य शिष्य और श्रद्धालु पहुंचे, जिन्होंने किसी तरह स्थिति को संभाला।

 

थाने में दी शिकायत, लेकिन कार्रवाई में ढिलाई का आरोप

 

घटना के बाद पीड़ित दंपती सीधे भेलूपुर थाने पहुंचे और चारों शिष्यों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। हालांकि, पीड़ित पक्ष का कहना है कि पुलिस ने तत्काल कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की और सिर्फ आरोपियों का चालान करके छोड़ दिया। बाद में महिला ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान देते हुए कहा कि उसके साथ रेप की कोशिश की गई थी, जिसके बाद पुलिस ने मामले की दोबारा जांच शुरू की है।

 

आश्रम प्रबंधन का पलटवार: पुरानी रंजिश से उपजा विवाद

 

आश्रम प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे पुरानी दुश्मनी से जोड़ा है। प्रबंधन के मुताबिक, महिला का पति पहले आश्रम में गोपालक (पशुपालक) के रूप में कार्यरत था, लेकिन छह महीने पहले उसे अनुशासनहीनता और खरीदारी में गड़बड़ी के चलते सेवा से हटा दिया गया था। आश्रम पदाधिकारियों का कहना है कि जाते समय उसने चारों शिष्यों को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया था, जिसके चलते दोनों पक्षों के बीच पुराना तनाव बना हुआ था।

 

सेवक से विरोधी बने पूर्व गोपालक की कहानी

 

जानकारी के अनुसार, युवक सात साल पहले हरदोई से काशी घूमने आया था और करपात्री धाम आश्रम में सेवा के लिए रुक गया। यहीं उसकी शादी हुई और पत्नी भी आश्रम परिसर में रहने लगी। कुछ वर्ष तक सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन बाद में वित्तीय अनियमितताओं को लेकर उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इसके बावजूद वह समय-समय पर आश्रम में आता-जाता रहा और महंत से संपर्क बनाए रखा।

 

घटना के दिन फिर पहुंचे आश्रम, फिर हुआ टकराव

 

14 अक्टूबर को दंपती दर्शन के लिए आश्रम पहुंचे थे। बताया गया कि जैसे ही वे मुख्य मंदिर से निकलकर ऊपर अपने कमरे की ओर बढ़े, चारों शिष्य वहां आ धमके और कहासुनी शुरू हो गई। इसी दौरान विवाद बढ़ा और महिला के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ की गई।

 

आश्रम ने शिष्यों को निकाला बाहर, पुलिस जांच जारी

 

घटना के बाद करपात्री धाम के पुजारी अनिरुद्ध शर्मा ने बताया कि विवाद की जानकारी मिलते ही चारों शिष्यों को तत्काल निष्कासित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मामला गंभीर है और पुलिस जांच कर रही है।

 

महंत सर्वेश्वर महाराज का बयान: "रेप की बात झूठी, सिर्फ झगड़ा हुआ"

 

करपात्री धाम के महंत सर्वेश्वर महाराज ने बताया कि उन्हें केवल मारपीट की घटना की सूचना दी गई थी। उन्होंने कहा कि दंपती पहले से परिचित हैं और कोई बलात्कार की घटना नहीं हुई। उनके अनुसार, दोनों पक्षों में पुरानी तनातनी चल रही थी, जिसके कारण यह झगड़ा हुआ।

 

पुलिस ने नए सिरे से जांच शुरू की

 

भेलूपुर एसीपी गौरव कुमार ने बताया कि पहले दंपती की शिकायत पर मामला दर्ज कर चारों आरोपियों का चालान किया गया था। हालांकि, बाद में महिला ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान बदलते हुए रेप अटेम्प्ट का आरोप लगाया। अब पुलिस ने केस को फिर से गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है और सबूत जुटाए जा रहे हैं।

इसे भी पढ़ें

Latest News