-->

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाकुंभ में किया स्नान, संगम में लगाई आस्था की डुबकी, 1954 में राजेंद्र प्रसाद भी आए थे, 29 दिनों में 43 करोड़ ने किया स्नान 

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहुंचकर संगम में पुण्य स्नान किया। उन्होंने तीन डुबकी लगाकर भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया और मां गंगा की विधिवत पूजा-अर्चना की। स्नान से पहले उन्होंने गंगा में पुष्प अर्पित किए और आरती कर आशीर्वाद लिया। इसके बाद राष्ट्रपति अक्षयवट और लेटे हनुमान मंदिर के दर्शन के लिए रवाना हुईं।

 


राष्ट्रपति के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं। महाकुंभ के इस पावन अवसर पर राष्ट्रपति का आगमन श्रद्धालुओं के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बन गया।


हेलिकॉप्टर से संगम तक, भव्य स्वागत


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का हेलिकॉप्टर सोमवार सुबह 9:30 बजे प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट पर लैंड हुआ, जहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। एयरपोर्ट से राष्ट्रपति अरैल घाट पहुंचीं और फिर नाव के जरिए संगम तक गईं। वहां उन्होंने आस्था की डुबकी लगाकर पूजा-पाठ किया।


राष्ट्रपति दोपहर तक प्रयागराज में विभिन्न धार्मिक स्थलों का दर्शन करेंगी और शाम चार बजे तक प्रयागराज से प्रस्थान करेंगी। द्रौपदी मुर्मू देश की दूसरी राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने महाकुंभ में स्नान किया। इससे पहले 1954 में देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी महाकुंभ में संगम स्नान किया था।


श्रद्धालुओं का जनसैलाब, 43 करोड़ से ज्यादा कर चुके स्नान


महाकुंभ का आज 29वां दिन है और श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। 13 जनवरी से अब तक 43.57 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। सोमवार को दोपहर 12 बजे तक ही करीब 83 लाख लोग गंगा में आस्था की डुबकी लगा चुके थे।


इस पावन अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अपने परिवार के साथ संगम में स्नान किया और भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया।


प्रयागराज में भीड़ का दबाव, ट्रैफिक मैनेजमेंट कड़ा


महाकुंभ के कारण प्रयागराज शहर में जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए प्रशासन ने अरैल घाट से संगम तक नाव सेवा अस्थायी रूप से बंद कर दी है। इसके अलावा, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए संगम रेलवे स्टेशन को 14 फरवरी तक बंद कर दिया गया है। प्रयागराज जंक्शन पर इमरजेंसी क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागू किया गया है ताकि यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा न हो।

 


वाराणसी में भी उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़


महाकुंभ से लौटने वाले श्रद्धालुओं के कारण वाराणसी की गलियां और सड़कें पूरी तरह खचाखच भरी हुई हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाले हर मार्ग पर भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। गोदौलिया से मंदिर तक और मंदिर से चौक-मैदागिन तक श्रद्धालुओं का रेला लगा हुआ है।


इसी तरह, वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर भी यातायात प्रभावित हो गया है, जहां वाहनों की लंबी कतारें देखी जा सकती हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन लगातार ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु बनाने में जुटा हुआ है।

इसे भी पढ़ें

Latest News