नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रचंड बहुमत की ओर कदम बढ़ा लिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) को चौथी बार सरकार बनाने से रोकते हुए, भाजपा 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी करने जा रही है।
अब तक के रुझानों के अनुसार, भाजपा 30 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है और 18 सीटों पर आगे चल रही है। बहुमत के लिए 36 सीटों की जरूरत होती है, जिसे भाजपा ने आसानी से पार कर लिया है।
केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को करारी हार
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल के साथ-साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी चुनाव हार गए हैं। आम आदमी पार्टी के कई अन्य दिग्गज नेता भी भाजपा के उम्मीदवारों के सामने कमजोर साबित हुए हैं।
सत्ता परिवर्तन को लेकर उपराज्यपाल ने जारी किए निर्देश
दिल्ली में सत्ता परिवर्तन की लहर को देखते हुए उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने दिल्ली सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) को निर्देश जारी किए हैं।
इस आदेश में सचिवालय के दस्तावेजों और कंप्यूटर हार्डवेयर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि बिना अनुमति के कोई भी फाइल, दस्तावेज या सरकारी रिकॉर्ड दिल्ली सचिवालय परिसर के बाहर नहीं ले जाया जा सकता।
इसके अलावा, सभी विभागों, एजेंसियों और मंत्रिपरिषद के कैंप कार्यालयों को निर्देश दिया गया है कि वे किसी भी सरकारी रिकॉर्ड को स्थानांतरित न करें।
भाजपा की ऐतिहासिक जीत, AAP को बड़ा झटका
इस चुनाव में भाजपा की जीत दिल्ली में सत्ता परिवर्तन की ऐतिहासिक लहर साबित हो रही है। 27 साल बाद भाजपा की सत्ता में वापसी आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है, जो 2013 से दिल्ली में सरकार बना रही थी।