वाराणसी/प्रयागराज। महाकुंभ के पलट प्रवाह की दूसरी पारी चल रही है। प्रयागराज से काशी तक जबरदस्त भीड़ है। लोग 2 घंटे का सफर 8 घंटे में तय कर रहे हैं। हाईवे जाम है, बनारस बॉर्डर पर ही बाहरी गाड़ियां रोक दी जा रही हैं। प्रयागराज कुंभ स्नान के बाद श्रद्धालु काशी में गंगा स्नान के बाद बाबा श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन कर रहे हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं का जबरदस्त रेला उमड़ रहा है।
संभावना जताई जा रही थी कि तीन शाही स्नान के बाद महाकुंभ की भीड़ कम हो जाएगी, लेकिन इसके उलट हुआ। 5 फरवरी के बाद महाकुंभ में एक तरह से आस्था का पलट प्रवाह होने लगा। प्रयागराज और काशी में इतनी भीड़ कि सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया। जाम में फंसकर घंटों का सफर तय करने का बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नजर नहीं आ रही है। वहीं बाबा विश्वनाथ के दर्शन को भी दो किमी लम्बी लाइन लगी हुई है। काशी के कोतवाल कालभैरव के दर्शन के लिए भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में उमड़े हैं।
प्रशासन के लिए होगी कड़ी चुनौती
अनुमान के मुताबिक, प्रयागराज में एक दिन में 30 लाख श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए उमड़े हैं। वहीं काशी में भी रविवार को 20 लाख श्रद्धालु पहुंचे हैं। रात तक यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। ऐसे में प्रशासन भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। देश-विदेश से बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने को भक्त उमड़े हैं। काशी में पलट प्रवाह की भीड़ का सिलसिला फिलहाल अभी समाप्त नहीं होने वाला है। आगामी दिनों में रविदास जयंती (12 फरवरी), काशी तमिल संगमम् (13 फरवरी) और महाशिवरात्रि (26 फरवरी) के चलते काशी में श्रद्धालुओं की भीड़ और अधिक बढ़ने की उम्मीद है।
भूतभावन महादेव की नगरी काशी में 9 फरवरी के बाद नागा साधुओं का दल काशी में प्रवेश करेगा। हालांकि कई साधु अभी से ही घाटों पर डेरा जमाए हुए हैं। साधु विभिन्न मठों, मंदिरों और घाटों पर निवास करेंगे और धुनी रमाकर साधना करेंगे। इस दौरान काशी का माहौल पूरी तरह आध्यात्मिक ऊर्जा से भर जाएगा।
भीड़ के मद्देनजर प्रशासन अलर्ट
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन के सामने व्यवस्था संभालने की बड़ी चुनौती होगी। काशी में हर दिन बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए प्रशासन सुरक्षा और सुगम दर्शन के लिए पूरी तैयारी में जुटा है। पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारी रोज फील्ड निरीक्षण कर रहे हैं और अधीनस्थ अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे हैं। ऑटो, ई-रिक्शा, नाविकों को विशेष निर्देश दिए गए हैं, ताकि यातायात सुचारु रूप से चले। भीड़ नियंत्रण के लिए बैठकों का दौर जारी है और सुरक्षा के खास इंतजाम किए जा रहे हैं।
होली तक जारी रह सकती है भीड़: पुलिस कमिश्नर
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि साधु संतों के काशी में आने का सिलसिला शुरू हो चुका है। महाकुंभ तक इनकी अच्छी खासी भीड़ रहेगी। इसके अलावा होली तक कुछ साधुओं के आवागमन का सिलसिला जारी रहेगा। उसके बाद यह भीड़ शांत हो जाएगी। महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा विश्वनाथ के साथ ‘होली’ खेलने और गंगा स्नान के लिए भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु काशी आएंगे। शिवरात्रि तक यहां करोड़ों की संख्या में भक्तों के पहुंचने की संभावना है।