इंफाल। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार शाम को अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया। राज्य में बीते 21 महीनों से जारी हिंसा को लेकर उन पर भारी दबाव था, और विपक्षी दल लगातार एनडीए सरकार से सवाल पूछ रहे थे। नए मुख्यमंत्री के चयन पर एक-दो दिनों के भीतर फैसला लिया जाएगा।
इस्तीफा देने से पहले बीरेन सिंह ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। सूत्रों के मुताबिक, गवर्नर ने उनसे फिलहाल कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में पद संभालने को कहा है। भाजपा की मणिपुर में जीत के बाद बीरेन सिंह का यह कदम पार्टी नेतृत्व के लिए चौंकाने वाला माना जा रहा है।
हिंसा के चलते था भारी दबाव
3 मई 2023 से मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच हिंसा जारी है। इस दौरान 600 से ज्यादा दिनों तक तनाव की स्थिति बनी रही। मई 2023 से अक्टूबर 2023 तक – गोलीबारी की 408 घटनाएं दर्ज हुईं। नवंबर 2023 से अप्रैल 2024 तक – 345 हिंसक घटनाएं सामने आईं। मई 2024 से अब तक – 112 घटनाएं दर्ज हुईं।
हालांकि, पिछले महीने से राज्य में शांति बनी हुई है। सरकारी कार्यालय और स्कूल सुचारू रूप से काम कर रहे हैं, और लोगों ने सड़कों पर प्रदर्शन करना भी बंद कर दिया है।
बीरेन सिंह ने हिंसा पर मांगी थी माफी
एक महीने पहले बीरेन सिंह ने राज्य में हुई हिंसा को लेकर मणिपुर की जनता से माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था, "पिछला साल राज्य के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा। कई लोगों ने अपने प्रियजन और घर खो दिए। मुझे इस पर गहरा खेद है और मैं माफी मांगता हूं।"
नए मुख्यमंत्री पर जल्द होगा फैसला
भाजपा की केंद्रीय नेतृत्व जल्द ही मणिपुर के नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करेगी। पार्टी के लिए यह निर्णय महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि राज्य में शांति और स्थिरता बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता है।